नमस्कार दोस्तों , क्या आप भी लगातार एक ही बात पर विचार करते रहते है लगातार नेगेटिव सोचते रहते है तो आइये इस परेशानी का हल देखते है |jyada sochne se kaise bache 

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ज्यादा सोचना एक बीमारी तो नहीं हो सकती इसे हम सोचने का तरीका बोल सकते है | हमारेआस पास जो भी घटित होता इस पर हमारे सोचने का तरीका तय होता है |jyada sochne se kaise bache
 या फिर हम जो देखते है , सुनते है इसपर हमारी सोच निर्भर है | हम क्या महसूस कर रहे है उसपर हमारा स्वभाव हमें देखने को मिलता है | किस वातावरण में हम रह रहे है इसका असर हमारे सोच पर हमारे विचार पर पड़ता है | 

क्या आपको पता हम जैसा सोचते है वैसा ही हम पाते है , हमारी थॉट का हमारी जीवन पर बहुत बड़ा असर होता है | हम किस परिस्थिति में कैसा सोचते है इसपर हमारी फिलिंग निर्भर है |'jyada sochne se kaise bache' 

कहते है हमारी थिंकिंग दो तरीके की होती है पोसिटिव थिंकिंग और नेगेटिव थिंकिंग , ये दो तरीके हमारे दिमाग में एक केमिकल की तरह काम करते है | या इसे हम मेडिसिन भी कह सकते है | 

अपने भी बहुत बार महसूस किया होगा की पॉजिटिव सोचने से आपको अच्छा महसूस होता है | 

ज्यादा  सोचने के बीमारी का इलाज एक ही है की आपको आपके सोच याने विचार को एक डायरेक्शन देना होगा |

 जब भी हम ज्यादा सोचते है तो नेगेटिव ही सोचते  है , इसीलिए आपको पॉजिटिव सोचना होगा | आपके साथ जो भी अच्छा हुआ है या फिर होने वाला है उसके बारे में आप सोच सकते है इससे आप अच्छा महसूस कर पाएंगे |

 माना की ये थोड़ा मुश्किल काम है लेकिन नामुनकिन नहीं | धिरे धिरे आपको पॉजिटिव सोचने की आदत लग जाएगी और आप ओवर थिंकिंग से छुटकारा पाएंगे | अक्सर आप देखेंगे की आपके दिमाग में हमेशा नेगेटिव खयाल आते है , क्या आप जानते है की ऐसा क्यू होता है |jyada sochne se kaise bache 

इसका बहुत ही सिंपल जवाब  है की आप जो बोयेंगे वही फल आपको मिलेगा मतलब | मतलब साफ है हम अपनी दिमाग को एक जमीन मानते है और इस जमीन में याने दिमाग में जिस तरह का बीज याने विचार बोयेंगे उसी तरह का रिजल्ट पाएंगे |
 हम पॉजिटिव विचार करते रहेंगे तो पॉजिटिव खयाल आएंगे , और नेगेटिव विचार करते रहेंगे तो नेगेटिव खयाल आएंगे | 

सब लोग शरीर को अच्छा रखने के लिए खाना खाते है लेकिन दिमाग को अच्छा रखने के लिए भी  खाना है | 

बादाम खाने  से अक्कल आती है या नहीं पता नहीं लेकिन दिमाग को खाना याने सही इन्फॉर्मेशन देना भी जरुरी है | इस इनफार्मेशन की बेसिस पर आपकी सोच बनती है | आप जैसी इनफार्मेशन अपने दिमाग को देंगे वैसी ही सोच आपकी तैयार होगी | पॉजिटिव इनफार्मेशन आपको पॉजिटिव सोच प्रदान करेगी |"jyada sochne se kaise bache" 

अब इनफार्मेशन के सोर्स भी बहुत है अक्सर आपने  देखा होगा की हम जब न्यूज़ पढ़ते है या देखते है तो हमें अच्छा या बुरा फील होता है | ये सारा उस न्यूज़ पर  डिपेन्ड है की वो पॉजिटिव है या फिर नेगेटिव | 

power of positive think 

 सकारात्मक विचार से हमें जो चाहिए वो हम पा jyada sochne se kaise bache  सकते है अक्सर आपने  देखा होगा कठिन परिस्तिथि में आप सकारात्मक विचार करते है तभी आप कठिनाये पार कर सकते है  | सकारात्मक सोच का हमारे जीवन में बहुत बढ़ा असर होता है | 

आपको सफल लोग हमेशा सकारात्मक विचार करने वाले मिलेंगे , वे कभी अपने बारे में नेगेटिव नहीं सोचते | 

आपकी सोच आपके विचार ही आपकी परेशानी का कारण है , इसे हमें बदलना होगा | ब्लॉग पसंद आये तो दोस्तों के साथ शेयर कीजिये | 

धन्यवाद !